Tuesday, September 25, 2018

10 साल बाद खुले सुखना के फ्लड गेट

चंडीगढ़ व आसपास के इलाकों में गत चार दिनों से हो रही वर्षा से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। पंजाब सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए कल सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं जबकि चंडीगढ़ प्रशासन की डीईओ अनुजीत कौर के अनुसार, ‘मंगलवार को आंशिक बरसात होने की रिपोर्ट पर यह फैसला लिया गया है कि स्कूल खुले रहेंगे। इसके साथ ही शिक्षा सचिव बीएल शर्मा के अनुसार इस क्षेत्र पर चूंकि वर्षा का कम प्रभाव रहेगा इस दृष्टि से रीजन के स्कूल खुले रहेंगे।
भारी वर्षा के चलते चंडीगढ़ प्रशासन को वर्ष 2008 के बाद सुखना झील के गेट खोलने पड़े। सुखना झील का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया था। इन दिनों सुखना का जलस्तर 1163 फीट तक पहुंच गया है जो कि खतरे के निशान से करीब 3 फुट ऊपर है। चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य अभियंता मुकेश आनंद ने बताया कि आज सुबह सुखना झील के गेट खोल कर लेक का पानी छोड़ दिया है ।
चंडीगढ़ स्थित औद्योगिक क्षेत्र फेज 1 के रेलवे ब्रिज के नीचे जमा हुए पानी के बीच से गुजरते वाहन। नितिन मित्तल
इससे पहले 2008 में भारी बारिश के कारण गेट को खोलना पड़ा था। उस समय सेक्टर 26 बापू धाम कॉलोनी में पानी आ गया था| इस बार प्रशासन की तरफ से उसे पहले से ही खाली कराया गया है। इसके साथ ही हाई अलर्ट भी जारी किया गया है| इस पानी के खुलने के बाद सुखना चो, जोकि बापू धाम कॉलोनी से होता हुआ सेक्टर 47 से निकलकर मोहाली में मिलता है ,में भारी पानी आ गया।
दिन में ही जलानी पड़ीं लाइटें
आज सुबह से ही चल रही जोरदार बारिश के कारण वाहन चालकों को यातायात में भारी परेशानी उठानी पड़ी इससे आम जनजीवन को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आज सुबह जीरकपुर-चंडीगढ़ पर वाहन बड़ी धीमी गती से चल रहे थे । दिन में ही लाइटें जलानी पड़ीं।। अनेक जगहों पर दोपहिया वाहन व चौपहिया वाहन बीच सड़क में बंद भी पड़े थे। इसके अलावा सड़क पर कई जगह पेड़ों की टहनियों भी टूट कर गिरी थी़।
शहर में जगह जगह पानी भरने के कारण आज फायर ब्रिगेड को भी सतर्क किया गया था। सबसे बदतर स्थिति डम्पिंग ग्राउंड के पास की मुख्य सड़क व डड्डूमाजरा कालोनी में थी। मुख्य सड़क पर भी गंदा पानी बह रहा था व कालोनी में डम्पिंग ग्राउंड से निकल कर गंदा कीचड़ लोगों के घरों में घुस गया।
तापमान में भारी गिरावट
बीते दो दिन से हो रही बारिश से तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि रात का तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दो दिन में चंडीगढ़ में कुल 90 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है।
20 घंटे से खुले कौशल्या डैम के गेट
पिंजौर (निस) : गत 3 दिनों से हो रही तेज बारिश पिंजौर, कालका क्षेत्र में कहर बनकर टूटी है। पिछले 20 घंटों से पिंजौर के कौशल्या डैम के गेट खुले थे जिससे सोमवार शाम को चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर अमरावती कालोनी के समीप नदी किनारे भारी भूस्खलन हो गया। शाम तक चंड़ीगढ़ की ओर जाने वाली सड़क में दरार आ गई, सड़क का नदी वाला हिस्सा धंस गया। प्रशासन ने एहतियातन सूरजपुर के समीप रामपुर सियुड़ी के रोड कट से लेकर चंडीमंदिर तक की चंडीगढ़ जाने वाली लेन पर आवाजाही रोक दी, जिससे सूरजपुर साइड वाली लेन पर भारी ट्रैफिक जाम रहा। उपायुक्त मुकुल कुमार, एसडीएम डा. ऋचा राठी, पुलिस फोर्स भी घटनास्थल पर पहुंच गई। उपायुक्त ने कौशल्या डैम और नदी का भी दौरा किया। स्थानीय लोगों के अनुसार 30 वर्षों बाद इस क्षेत्र में इतनी अधिक बारिश हुई है। इधर, सूरजपुर स्थित यमुना स्टोन क्रशर की होदी की दीवार गिरने से कई घरों में क्रशर का मलबा घुस गया, गनीमत रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।